ग़ज़्ज़ा में जारी जनसंहार को रोकने के लिए विश्व समुदाय की लगातार अपील को ठुकराते रहे ज़ायोनी नेता ने अब अपने सबसे बड़े समर्थक और संरक्षक अमेरिका को भी आँखे दिखाते हुए राष्ट्रपति ट्रम्प की बात को ठुकरा दिया है।
अमेरिका ने एक बार फिर ग़ज़्ज़ा युद्ध को खत्म करने के लिए मध्यस्थता की बात कही थी लेकिन ज़ायोनी शासन ने इसे खारिज कर दिया है। अवैध राष्ट्र के इस फैसले से साफ है कि ज़ायोनी सेना ग़ज़्ज़ा में नरसंहार जारी रखेगी।
ज़ायोनी अधिकारियों ने बताया कि अमेरिकी मध्यस्थों ने रातों-रात यह प्रस्ताव तल अवीव के सामने रखा था लेकिन ज़ायोनी शासन ने इसे स्वीकार नहीं किया। नेतन्याहू ने साफ कर दिया है कि वह किसी भी कीमत पर ग़ज़्ज़ा पर कब्जा करके ही युद्ध खत्म करेंगे।
अमेरिका ने ग़ज़्ज़ा में ज़ायोनी हमले को रोकने और 10 बंधकों को रिहा करने का प्रस्ताव रखा था। अवैध राष्ट्र ने इस प्रस्ताव को खारिज कर दिया है।
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